लिवर हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा है, जिसे ठीक रखना बहुत ज़रूरी है, लिवर हमारे शरीर के लिए जरूरी है, क्यों कि जो हम खाना खाते है, उसे पाचन के लिए लिवर अपनी एक अहम भूमिका निभाता है। लिवर में रस होता है, जो पाचन के रस को पचाने में मदद करता है।
पर हमारी जीवनशैली के रहन सेहन के खाने पीने ओर दिन चर्या कार्यों से हमारे लिवर को हानि होता है, जिससे फैटी लीवर होने लगता है, लिवर में चर्बी जमने लगती है, यह परेशानी लिवर के साथ साथ शरीर को भी हानि करती है।
तो इस बीमारी का हम आपके लिए एक दवा लाए है, जो आपके फैटी लिवर समस्या को ठीक करती है।
लिवर की दवा पतंजलि जो लिवर से जुड़ी समस्याओं को ठीक करती है, पतंजलि की दवा आयुर्वेदिक औषधियों से बनी होती है।जो आपको राहत देती है।
इस दवा के बहुत से फायदे है, जो आपको जानना चाहिए, तो चलिए हम आपको लिवर से संबंधित चीजों के बारे में बताएंगे। ओर साथ ही पतंजलि लिवर की दवा के बारे में भी, जिससे आप अपने लिवर से जोड़े सारे रोग ठीक कर सकते है ।
तो हम आगे बढ़ते है ओर आपको ओर गहराई से बताते है।
फैटी लिवर क्या होता है?
फैटी लिवर का मतलब होता है,कि जब किसी व्यक्ति के लीवर में अधिक मात्रा में फैट जमा हो जाता है। वैसे शरीर में सामान्य मात्रा में फैट का होना साधारण बात होती है, लेकिन जब यह मात्रा अधिक हो जाती है, तो इसके कारण सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
लिवर पर दुष्प्रभाव पड़ने से लिवर खराब भी हो सकता है।
फैटी लिवर कितने प्रकार के होते हैं?
फैटी लिवर के दो प्रकार होते है:
अल्कोहलिक फैटी लिवर
यह फैटी लिवर का साधारण प्रकार है, यह शराब पीने से शुरूआती स्थिति में होने लगता है। अल्कोहलिक फैटी लिवर उस स्थिति में लिवर के खराब होने का कारण बन सकता है, यह तब होता है, जब कोई व्यक्ति लगातार शराब पीता है ।
नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर
यह लिवर की बीमारी का अलग प्रकार है, जो लिवर में सूजन के कारण बनता है। नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर कई सारे अन्य कारणों से होते है, जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप इत्यादि के कारण होता है और इससे अधिकतर लोग परेशान रहते है ।
फैटी लिवर होने के क्या कारण हैं?
फैटी लिवर के कारण, जिस वजह से यह बीमारी होती है –
- इस लिवर की बीमारी का ज़्यादा होना उन लोगों में ज़्यादा रहता है, जिनका वजन अधिक होता है। इसलिए ऐसे लोगों को वजन कम करने को कहा जाता है, और यदि उसे किसी तरीके से आराम नहीं मिल रहा है, तो उसे बेरियाट्रिक सर्जरी का सहारा लेना चाहिए। ओर साथ ही सर्जरी से शरीर को नुकसान भी होता है।
- मधुमेह या डायबिटीज का कोई मरीज है उसे फैटी लिवर की बीमारी हो सकती है। ऐसे में इससे पीड़ित व्यक्ति को अपने मधुमेह को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए।
- यह बीमारी उन लोगों को अधिक होती है, जिनका ब्लड शुगर लेवल अधिक रहता है।
- लिवर फेट का कारण जब किसी व्यक्ति के खून में फैट ज़्यादा हो जाता है, जिसके कारण व्यक्ति को ऐसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, जिनमें फैट की मात्रा अधिक होती है।
फैटी लिवर की बीमारी होने की संभावना उच्च रक्तचाप वाले लोगों में अधिक रहती है।
क्या है बचाव के तरीके?
- फैटी लिवर की भी रोकने के लिए हेल्थी डाइट को अपनाना जरूरी होता है। इसके लिए आपको अपने खान-पान में फल और स सब्जियों को शामिल करना होता है।
- व्यायाम करना शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी होता ही है और साथ ही इससे रोग भी नहीं होता है। ऐसे ही लिवर की बीमारी में भी योग बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि इससे लिवर में साफ हवा जाती है और फैटी लिवर की समस्या भी नहीं होती है ।
- फैटी लिवर वाले व्यक्ति को ध्रूमपान नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
- शराब का सेवन लिवर के लिए सबसे बुरा माना जाता है, ओर शराब के कारण से ही फैटी लिवर भी होता है। इसलिए फैटी लीवर से पीड़ित व्यक्ति को शराब की आदात व शराब नहीं पीना चाहिए क्योंकि उससे उसकी स्थिति और भी खराब हो सकती है।
- लिवर में फैट जमा होने की समस्या मधुमेह के कारण भी होती है। यदि किसी व्यक्ति को मधुमेह है, तो उसे डायबिटीज को नियंत्रण करने की कोशिश करते रहना चाहिए, जिससे वह फैटी लिवर से ठीक हो सके।
लिवर के लिए योगासन
भुजंगासन
यह आसन आपके लिवर को मजबूत करने में फायदेमंद है ।अगर यह आसन आप रोजाना करते है,तो जल्द ही आपको इस समस्या से निजात मिलती है ।यह आसन आपके लिवर की समस्या को ठीक करने के लिए बहुत ही असरदार माना जाता है ।
भुजंगासन करने का तरीका
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप अपने पेट के बल होकर सीधे लेट जाएं।
- इस अवस्था में आप अपने पैर जमीन पर तने हुए रखे और इनके बीच थोड़ी दूरी भी बना कर रखिए ।
- इसके बाद आप अपने हाथों को छाती के पास लाएं और हथेलियों को पैरों पर लगाए।
- ओर गहरी लंबी सांस लेते हुए नाभि तक के अंग को ऊपर उठाएं और आसमान की तरफ देखने की कोशिश करें।
- कुछ समय तक इसी मुद्रा में बने रहे और फिर आराम से सांस लेते रहें।
- और फिर से सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे उसी अवस्था में आएं और यह आसन फिर से करें।
नौकासन
इस आसन को करने से आपके लीवर को मजबूत करने में सहायता देता है। यह आसन लीवर को हमेशा हेल्दी रखने के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। इस आसन में शरीर नौका के आकार का हो बनता है ।ओर साथ ही यह आसन आपके कई समस्याओं और रोग को ठीक करता है।
नौकासन करने का तरीका
- इस आसन को करने के लिए शवासन की मुद्रा में लेट जाएं।
- और फिर धीरे-धीरे एड़ी और पंजे को मिलाते हुए और अपने दोनों हाथों को कमर से चिपका ले।
- अपनी हथेली और गर्दन को जमीन पर सीधा रखें। अब अपने दोनों पैरों के साथ-साथ गर्दन और हाथों को ऊपर की तरफ उठाए।
- इस योग में आपके शरीर का पूरा वजन आपके हिप्स पर आ जाएगा।
- कुछ सेकंड के लिए इसी अवस्था में रहने के बाद धीरे-धारे शवासन की अवस्था में वापस आ जाएं।
- और फिर से यह योग दुराए।
कपालभाति
यह योग आपके लीवर को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।मजबूत लीवर के लिए रोजाना यह योग रोजाना करना काफी फायदेमंद माना जाता है। कपालभाति करने वाले लोग पेट और लिवर की समस्याओं से दूर रहते हैं। कपालभाति करने के कई रोग ठीक होते है ।
कपालभाति करने का तरीका
- इसे करने के लिए पहले वज्रासन में बैठ जाए।
- और फिर गहरी सांस लें और सांसों को पांच से दस सेकेंड तक अंदर रखें।
- फिर धीरे-धीरे सांसों को नाक से छोड़ें।
- इस प्रणायाम को रोजाना दस से दस पन्द्रह मिनट करने से लीवर की समस्या साथ ही अस्थमा ओर अन्य बीमारी भी ठीक होती है ।
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन यह शरीर के समस्याओं से लड़ने के लिए फायदेमंद माना जाता है। उष्ट्रासन करने से लीवर के स्वास्थ्य को अच्छा किया जा सकता है।लीवर को हेल्दी रखने के लिए इस योग रोजाना करना चाहिए।
उष्ट्रासन करने का तरीका
- इस योग के लिए आपको मैट या चादर को बिछाकर वज्रासन की अवस्था में बैठ जाना है ।
- फिर घुटनों के सहारे खड़े हो जाना है ।
- और इसके बाद आप गहरी सांस लेते हुए पीछे की ओर झुके और बाएं हाथ से बाएं पैर की एड़ी और दाएं हाथ से दाएं पैर की एड़ी को पकड़ने प्रयास करें।
- इस समय आपका मुंह आसमान की तरफ होना चाहिए।
- इस स्थिति में शरीर का पूरा भार आपके हाथ और पैर पर हो जाता है।
- थोड़ी देर इस स्थिति में रहे और नॉर्मल ही सांस लेते रहें।
- ओर फिर नॉर्मल पहले जैसे आवस्था में आ जाए और फिर इस आसन को फिर करें।
लिवर इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए
- कॉफीकॉफी पीने से फैटी लिवर की समस्या कम होती है। कैफीन होता है ,जो लीवर एंजाइम की मात्रा को कम करती है और लीवर की ठीक रखता है। कॉफी लीवर को सुरक्षा प्रदान करता है ।
- मछलीफैटी लिवर की समस्या से परेशान लोगो के लिए फैटी लिवर के डाइट में फिश काफी लाभकारी होती है। फिश ऑयल में एन-3 पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है, मछली का तेल, सुक्रोज और फ्रुक्टोज से पैदा होने वाले नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर बीमारी से निजात दिलाने में काफी मददगार होता है।
- दलियाओटमील में बीटा-ग्लूकॉन भारी मात्रा में पाया जाता है जो मोटापे की समस्या को दूर करने में सहायक हो सकता है। क्यों कि फैटी लिवर का मुख्य कारण यह भी है, इसलिए ऐसा माना जाता है कि फैटी लिवर डाइट में ओटमील को शामिल करना इस बीमारी से निजात पाने में काफी मददगार साबित होता है।
- ब्रोकलीयह फेट कम करता है ,लिवर में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा को कम करने का काम करता है।
- अखरोटआहार में नट्स का खाने से नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर बीमारी का जोखिम को कम करने में मददगार साबित होता है। अखरोट में मौजूद विटामिन-ई और सेलेनियम होता ह, जो यह काम करता है ।
- अवोकेडोइसे खाने से फैटी लिवर की समस्या को कम करने में मदद करता है ,यह केलोस्ट्रोल कम करता है ।
लिवर की दवा पतंजलि- DIVYA LIVAMRIT ADVANCE
यह दवा पतंजलि की निर्मित दवा है।इस दवा का सेवन करने से लिवर के रोग ठीक होते है, ओर साथ ही यह औषधि आयुर्वेदिक है ।जो कोई हानि नहीं पहुंचती है। यह फैटी लिवर, पीलिया, एनीमिया आदि समस्याएं ठीक करता है।
- Price- ₹578
- Quantity-41 ग्राम
- Pack of 2
- Tablet-60
- Treatment: Immunity Booster
इंग्रेडिएंट्स
- भूमि अमला
इससे , खांसी, खुजली, कफ और बुखार आदि में भूमि आंवला से फायदे होते हैं, साथ ही लीवर के किसी भी प्रकार के रोग के लिए आंवला को दिव्य औषधि भी माना जाता है। - मकोयइसके रस के सेवन से लिवर की समस्या खत्म होती है ।साथ ही अन्य बीमारी भी ठीक होती है।
- कसनीकासनी एक तरह का फूल होता है, जिसका सेवन करने से लिवर ठीक होता है ।
- कटकी चूर्णलीवर संबंधी समस्या होती है, तो कुटकी का सेवन करना बहुत फायदेमंद है, क्योंकि कुटकी में लीवर की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने का गुण होता है।
- पुनर्नवायह लिवर में सूजन को ठीक करता है साथ ही पाचनतंत्र को भी ठीक रखता है। साथ ही गुर्दे की भी सफाई करता है।
- सरपुन्खायह एक तरह की जड़ी बूटी है, जिसके रास से लिवर व पेट की समस्या ठीक होती है ।
कैसे इस्तेमाल करें?
इस दवा को आप सुबह नाश्ते के बाद ले ओर 2 टैबलेट और ऐसे ही रात के खाने के बाद भी 2 टैबलेट लें।
फायदे और नुक्सान
फायदे
- इस दवा में अलग अलग तरह की जड़ी बूटी है ,जो लिवर को डैमेज होने बचाती है ।
- यह पेट के अपच, मधुमेह और पीलिया जैसी बीमारी के लिए अच्छी है ।
- इससे पेट का जलन भी कम होती है ।
- यह लिवर से जोड़ी बीमारियों से दूर रखता है ,ओर फैटी लिवर जैसी प्रोबलेम से छुटकारा भी देता है।
- यह अनेमिया के लिए भी अच्छी दवा है।
नुकसान
- इस दवा का कोई भी हानि नहीं देखी गई है, परंतु इस दवा को आप लेने से पहले डॉक्टर से ज़रूर पूछे, क्यों कि सबका शरीर अलग होता है। और कहीं न कही डर भी रहता है, इसलिए डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें।
लिवर की कमजोरी की दवा
Product | Detail |
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Baidyanath Liverol Strong | यह दवा दिल की बीमारी, खासी-जुखाम , पाचन के साथ साथ लिवर से जुड़ी सारी बीमारी को ठीक करता है।₹85 |
Dr. Morepen Liv Healthy Liver Syrup | इस दवा के यह फायदे है, कि यह लिवर के रोग ओर पाचन को ठीक करने में मदद करती है।₹105 |
LivT Liver Tonic | यह लिवर को हैल्थी रखता है साथ ही लिवर के आस पास होने वाले दर्द को भी ठीक करता है।₹130 |
Livam DS Syrup | शरीर को ठीक रखता है ,फैटी लीवर की समस्या को ठीक करता है पाचन क्रिया को ताकत देता है।₹360 |
डॉक्टर से करें संपर्क
हमने आपको फैटी लिवर के कारण कर लक्षण की जानकारी बताई है । इसलिए फैटी लीवर के लक्षण नजर आने लगे तो डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। इससे आप समय पर फैटी लीवर का उपचार करा पाएंगे और फिर से आप स्वस्थ हो पाएंगे।
लिवर से जुडी बीमारियां
लिवर में सूजन होना
शराब के सेवन मोटापे, हेपेटाइटिस वायरस आदि से जब लिवर का आकार बढ़ जाता है तो इसे लिवर में सूजन कहते हैं। यह साधारण स्थिति से लेकर गंभीर रोग का लक्षण भी हो सकती है। इसका पता आमतौर पर रोगी को नहीं चलता। जांचों के दौरान ही यह समस्या स्पष्ट हो पाती है।
तो इसके लिए चेक अप करवाना ज़रूरी है।
लिवर फेल्योर
एक्यूट लिवर फेल्योर, जिसमें मलेरिया, टायफॉइड, हेपेटाइटिस- ए, बी, सी, डी व ई जैसे वायरल, बैक्टीरियल या फिर किसी अन्य रोग से अचानक हुए संक्रमण से लिवर की कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं। साथ ही शराब पीने से भी, जिससे लिवर फेल्योर हो सकता है। इसके लिए आपको लिवर ट्रांसप्लांट करवाना पड़ सकता है।
पीलिया
गंदा पानी ओर खाना खाने से होता है ।जिसे इंफेक्शन कहते है। इससे लिवर में पाचन रास सही से नहीं मिलता है, ओर पाचन रास रक्त में मिलने लगता है । इसलिए खान पान पर ध्यान रखना जरूरी है ।
इसमें आपको उल्टी,खुजली ,शरीर पीला पड़ना, भूख न लगना आदि लक्षण दिखते है ।
फैटी लिवर
लिवर में चर्बी जमने लगती है ,यह सब अनियमित रूप से खाने ओर दिन भर की दिनचर्या में योगा और सही टाइम पर खाना न खाने से होता है ।
इसके बारे में हमने आपको ऊपर जानकारी दी है, तो उसे जरूर पढ़े। लिवर के साथ पथरी से भी बहुत दर्द होता है। जानिए कैसे पथरी की दवा पतंजलि दिलाये पुराने दर्द से आराम।
लिवर की समस्या से सम्बंधित सवाल
फैटी लिवर के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कोन सी है?
Livayu यह आयुर्वेदिक दवा फैटी लीवर के लिए काफी अच्छी है ,यह लिवर को प्रोटेक्ट करती है ।ओर साथ ही इस दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करे।
कौन सा भारतीय खाना फैटी लिवर के लिए अच्छा है?
अगर भारतीय खाने की बात है ,फैटी लीवर के लिए अच्छा खाना तो आप संतरे का सेवन करे इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है। इसलिए फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्ति के लिए संतरे का सेवन लाभकारी होता है। पपीता भी फैटी लिवर के मरीजों के लिए लाभकारी होता है। इसके सेवन से ना केवल लिवर अच्छे से काम करता है बल्कि पाचनतंत्र भी ठीक रहता है।
क्या Liv 52 फैटी लिवर सही करने में योगदान देती है?
हां बिल्कुल फैटी लिवर ठीक करता है ,यह Liv. 52 पुराने अल्कोहलिज्म में लिपोट्रोपिक को भी कम करता हैं और लिवर की फैटी पन को भी रोकता है ।
क्या कपालभाति से फैटी लिवर सही करने में मदद मिलती है?
हां बिल्कुल कपालभाति करने से लीवर हेल्दी रखने में मदद मिलती है। लीवर के लिए रोजाना कपालभाति का अभ्यास करना काफी फायदेमंद होता है ।कपालभाति करने वाले लोग पेट और लिवर की समस्याओं से दूर रह सकते हैं।ओर इससे फैटी लीवर भी सही होने में मदद करता है ।
आखरी शब्द
फैटी लिवर एक मूक बीमारी है। मोटापे, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप जैसे फैटी लिवर रोगों का खतरा हैं। फैटी लिवर का जल्द से जल्द इलाज कराने ज़रूरी है और इलाज शुरू करने के लिए इसके खराब होने का इंतजार न करें, क्यों कि तब तक बहुत देर हो सकती है इसलिए आप इसके लिए डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करें।
लेकिन यह बीमारी आयुर्वेद से भी ठीक होती है, इसके लिए हमने आपको पतंजलि लिवामृत एडवांस के बारे में बताया है, यह आपके फैटी लिवर को स्वस्थ कर देती है। साथ ही पतंजलि दवा लिवर से सम्बन्धित बीमारियों को भी ठीक करता है,तो इस दवा को अपने इलाज के लिए ज़रूर प्रयोग करें।