महिलाओं को सुडौल ब्रेस्ट पसंद होते हैं क्योंकि बड़े स्तन उन्हें आकर्षक बनाती है और सुंदरता प्रधान करते है। प्राकृतिक रूप से बड़े और सुडौल स्तन महिलाओं के स्त्रीत्व, आत्म-सम्मान और सुंदरता का प्रतीक होता हैं जिसे स्त्री के शरीर का एक सबसे खूबसूरत, आकर्षक और महत्वपूर्ण अंग माना जाता है।
कई ऐसी लड़कियां और महिलाएं होती है जिनके स्तन का आकर छोटा या बहुत ही छोटा होता है, जिससे वे अपने आप में कमी को महसूस करती है। अगर आप स्तनों के आकार से चिंतित है तो नाराज़ न हो।
आजकल बाज़ार में बहुत सी ब्रेस्ट बढ़ाने की दवाइयां उपलब्ध है जिनमे कई तरह की ब्रेस्ट बढ़ाने की टेबलेट मौजूद हैं, साथ ही ब्रेस्ट बढ़ाने के लिए क्रीम (ब्रेस्ट एंलार्जेमेंट क्रीम), ब्रेस्ट बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा, ब्रेस्ट बढ़ाने की दवा पतंजलि तेल जैसी दवाइयां शामिल है। साथ में विज्ञान की प्रगति के कारन अब शस्रक्रिया भी की जा सकती है।
हालाकिं ये सारे उपाय कितने कारगर और असरदार हो सकते है ये कोई नहीं बता सकता। स्तन का आकार हार्मोन में होने वाले बदलाव पर निर्भर होता है। कुछ आसान घरेलु उपायों, कुछ दवाएं या तेल, व्यायाम और पतंजलि की दवा से आप अपने ब्रेस्ट को प्राकृतिक रूप से बड़ा कर सकते है।
ब्रेस्ट एंलार्जेमेंट क्या होता है?
ब्रेस्ट एंलार्जेमेंट, जिसे वृद्धि मैमोप्लास्टी भी कहा जाता है। ये एक स्तन के आकार को बढ़ाने के लिए किये जाने वाली शस्रक्रिया है। इसमें स्तन प्रत्यारोपण को स्तन टिश्यू या छाती की मांसपेशियों के नीचे जाता है। ब्रेस्ट एंलार्जेमेंट की मदद से आपके स्तनों के आकार को बदल सकता है। कई महिलाओं में ब्रेस्ट एंलार्जमेन्ट से आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान बढ़ता है। ब्रेस्ट एंलार्जमेन्ट के बाद भी स्तनों के दिखने के तरीकों वजन बढ़ने या घटने की वजह से बदल हो सकता है।
ब्रेस्ट एंलार्जेमेंट के तरीकें
हर लड़की या महिला को स्तन बड़े और सुडौल की चाहत होती है। मगर जिनके स्तन छोटे होते है उनमे आत्मविश्वास की कमी हो जाती है। लेकिन स्तन बढ़ाने के लिए कुछ आसान घरेलु नुस्कों और तरीकों को अपनाकर आप भी आपके स्तन आकर बढ़ा सकती है। जानते है उन तरीकों के बारे में:
योग
स्तन का आकार बढ़ाने के लिए योग एक अच्छा और कारगर तरीका है। नियमित रूप से व्यायाम और योग करने से छोटे स्तन बढ़ाने लगते है। इसमें गोमुखासन, वृक्षासन, भुजंगासन जैसे आसान किया जाते है। स्तन बड़े करने वाली बैंच प्रेस, जमीन पर या दीवार की तरफ खड़े होकर पुश अप्स जैसे व्यायाम किये जाते है। इनसे महिलों और लड़कियों में स्तन बढ़ाने में मदद मिलती है।
आहार
यदि बड़े स्तन पाने की चाहत है तो स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करें। अपने खाने में हरी सब्जियां, फल साबुत अनाज का इस्तेमाल करें। इससे स्तनों को बढ़ाने के लिए पूरा पोषण मिलेगा और टेस्टोस्टरोन हार्मोन भी ज्यादा नहीं बनेगा। सोयाबीन, मटर, राजमा,अंडे, ओमेगा-3 फैटी एसिड, एवोकाडो, मछली, नट्स खाने से एस्ट्रोजेन बढ़ने में मदद मिलती है जो स्तन के आकार को बढ़ाता है।
मसाज
स्तनों को बढ़ाने का सबसे आसान और घरेलु तरीका है मसाज। अपने हाथों को एक दूसरे पर ज़ोर से रगड़े इससे हाथ गर्म हो जायेंगे अब अपने गर्म हाथ अपने साथ पर रखकर ऊपर की तरफ गोलाकार में करें १५-२० मिनट तक मसाज करें। ऐसा करने से स्तन के मांसपेशियों में रक्तसंचार सुधारता है और हार्मोन प्रोलैक्टिन बढ़ाने लगता है। नियमित रूप से मसाज करने से आपके स्तनों का आकार बढ़ सकता है। मसाज के लिए आप तेल का भी इस्तेमाल कर सकती है।
ब्रेस्ट बढ़ाने के घरेलु उपाय
जैतून का तेल
जैतून के तेल से २० मिनट तक दिन में एक से दो बार मालिश करें। दोनों हाथों पर जैतून के तेल की कुछ बूंदों की लेकर स्तनों पर रखकर अंदर की तरफ गोलाकार मसाज करें। करीबन १००-३०० बार सुबह और रात को सोने से पहले ऐसा करना है।इस उपाय को रोजाना १ से २ महीनों तक नियमित रूप से करने से फायदा अवश्य होगा।
तिल का तेल
तिल के तेल भी गुनगुना कर, कम से कम 60 दिनों तक लगाने से स्तनों का आकार बढ़ाने में और स्तनों को स्वस्थ रखने में मदद मिलेगी।
केला
केला का इस्तेमाल खाने के साथ-साथ बहुत सारे रोगों के उपचार के लिए भी किया जाता है।जिसमे स्तनों का अकार बढ़ाने का नाम आता है।यह फैट से भरपूर होता है और स्तन में फैट ही होते है। इसी लिए स्तन का अकार बढ़ाने के लिए केला बहुत ही उपयोगी साबित होता है।
मूली
मधुमेह रोगियों के लिए मूली रात में भिगोकर सुबह इसका सेवन करने से गुणकारी है। साथी ही स्तनों का आकार बढ़ाने के लिए भी यह काफी फायदेमंद है। स्तनों का आकार बढ़ाने के लिए मूली का अपने आहार में इस्तेमाल जरूर करें।
ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने के कुछ और घरेलु उपाय
- स्तन को बड़ा करने के लिए घर पर ही मेथी के दाने का पावडर को पानी में मिलकर एक गाढ़ा पेस्ट बना ले। इस पेस्ट से स्तन पर हलके हाथों से मालिश करे। इससे स्तन का अकार बढ़ने में मदद मिलती है। मेथी के दाने के पावडर को १५ मिनट लगाकर रखने से भी फायदा होता है।
- तेल से स्तनों की मालिश करना एक कारगर उपाय माना गया है। इनमे बादाम का तेल, जैतून का तेल, सरसों का तेल का इस्तेमाल किया जाता है।
- ब्रेस्ट को बढ़ाने के लिए काली मिर्च, सेंधानमक, पीपल, तगर, कटेरी के फल, अपामार्ग के बीज, काला तिल, कूठ, जौ, उड़द, सरसों और अश्वगन्धा इन सभी को पीसकर चूर्ण बनाए और कपडे से अच्छे से छान लें। इस चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर लेप बनाकर रोजाना ब्रेस्ट पर लगाने से स्तन का आकार बढ़ाने में और आकर्षक दिखने में मदद मिलेगी।
ब्रेस्ट बढ़ाने की दवा पतंजलि – शतावरी चूर्ण
शतावरी एक बहुत ही फायदेमंद आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। शतावरी का अनेक बीमारियों को रोकने या उनके इलाज के लिए उपयोग कर सकते हैं। ब्रेस्ट(स्तन) बढ़ाने की दवा में मुख्य रूप से शतावरी चूर्ण का नाम आता है ।
ब्रेस्ट बढ़ाने की दवा पतंजलि शतावरी चूर्ण से शरीर में हार्मोंस बढ़ते हैं और महिलाओं की लगभग हर एक समस्या दूर हो सकती है। इसके रोजाना सेवन से एस्ट्रोजेन बढ़ने लगता है जिससे स्तन का आकार बढ़ने में मदद मिलती है।
इसके अलावा ब्रेस्ट बढ़ाने की दवा पतंजलि शतावरी चूर्ण के रोजाना सेवन से वजन भी बढ़ाया जा सकता है। शतावरी सबसे अच्छे आयुर्वेदिक तरीकों में से एक माना जाता है। इसलिए, कई महिलाएं स्तन स्तन का अकार बढ़ाने के लिए शतावरी को पसंद करती हैं।
- गर्भावस्था की प्रक्रिया के बाद, एक महिला को स्तनपान के बाद के प्रभावों को सहन करने में सक्षम होने के लिए और अधिक शक्ति की आवश्यकता होती है।
- इस चूर्ण को बनाने के लिए विभिन्न जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक महत्व की अन्य सामग्रियों को परिष्कृत किया जाता है।
- कीमत: 160 रुपये (१०० ग्राम)
सामग्री
- शतावरीप्राकृतिक तरीके से ब्रेस्ट के आकार को बढ़ाने के लिए शतावरी का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें फाइटोएस्ट्रोजेन की मात्रा भरपूर होती है। शतावरी स्तन के आकार को बढ़ाने में मदद करती है।
शतावरी घी के साथ लेने से स्तन का आकार बढने में मदद मिलती है। महिलाओं में हार्मोन की मात्रा को बढ़ाने, स्वस्थ प्रजनन प्रणाली, शरीर की प्रतिकार क्षमता बढ़ाने और तनाव से मुक्ति पाने के लिए शतावरी का उपयोग किया जाता है।
पतंजलि शतावरी चूर्ण कैसे इस्तेमाल करें
- एक समान मात्रा में शतावरी और अश्वगन्धा के चूर्ण लेकर एक चम्मच शुद्ध दूध के साथ नियमित लेने से स्तन आकार बढ़ेगा होंगे।
- दिन में दो बार खाना खाने के १ घंटे बाद आधा चम्मच शतावरी चूर्ण गुनगुने दूध या पानी के साथ सेवन कर।
- आप इसे अपने डॉक्टर के सलाह से भी ले सकते है।
फायदे
- शतावरी स्तनों का विकास करने और उन्हें बढ़ाने में फायदेमंद है।
- महिलाओं की सारी मासिक धर्म से जुड़ी समस्या का निवारण करती है।
- साथ ही स्तन में दूध बढ़ाने में भी शतावरी गुणकारी है।
- इसके रोजाना सेवन से मांसपेशियों का विकास होता है और मांसपेशियां मजबूत बनती है।
- वजन बढ़ाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
नुक्सान
- कुछ अध्ययन में शतावरी के कुछ सामान्य नुकसान पाए गए हैं जैसे नाक बहना, खांसी और गले में खराश। इसलिए, यदि आपको पहले से ही इनमे से कोइ भी लक्षण है तो शतावरी चूर्ण का इस्तेमाल न करें।
- अगर आपको कोई पाचन संबंधी समस्या है तो शतावरी का सेवन नही करना चाहिए क्योंकि इसे पचने में समय लगता है और इससे गैस बन सकती है और कब्ज का खतरा बढ़ सकता है।
- इसके अलावा कभी कभी खुजली, पित्ती या त्वचा की सूजन जैसी समस्या भी उत्पाअण हो सकती है।
ब्रेस्ट एंलार्जेमेंट सम्बंधित प्रश्न
ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए ?
स्तनों का आकार बढ़ाने के लिए शुद्ध और स्वस्त भोजन करना चाहिए जैसे के फलों जैसे सेब, बेरी, केला, पीच आदि का सेवन जरूर करना चाहिए। साथ ही पालक, मेथी जैसी हरी सब्जियां, गाजर, मटर का अपने खाने में रोजाना इस्तेमाल जरूर करें। इसके अलावा काजू, पिस्ता और अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स सही मात्रा में सेवन करें।
ब्रेस्ट को कैसे बढ़ाया जाता है ?
अगर महिलाओं की बात करें तो जिन स्त्रीयों के स्तन (ब्रेस्ट) का आकार छोटा होता है, वह खुद को कम आकर्षित मानती है। इसके वजह से बहुत सी महिलाएं तरह तरह के उपचार या पुश-अप ब्रा की भी मदद लेती है।
हालांकि कुछ महिलाएं स्तन बढ़ाने की दवाओं का भी इस्तेमाल करती है जिसमे ब्रेस्ट बढ़ाने की टेबलेट आयुर्वेदिक, ब्रेस्ट बढ़ाने की होम्योपैथिक कैप्सूल्स, ब्रेस्ट बढ़ाने की दवा oil, ब्रेस्ट बढ़ाने के लिए क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है।
ब्रेस्ट में दर्द होने का क्या कारण है ?
स्तनों में दर्द महसूस करना एक समस्या है। इसके कई सारे कारन हो सकता है जैसे की बहुत सी महिलाएं ब्रा का इस्तेमाल करती है अगर ये ब्रा सही आकार की नहीं होती तो इससे स्तनों में दर्द हो सकता है।
गर्भावस्था या मासिक धर्म में हार्मोन्स के बदलाव के कारन, पहली बार माँ बनाने के बाद स्तनपान करते वक्त स्तनों में दर्द हो सकता है। इसके अलावा ब्रेस्ट टिश्यू में संक्रमण, फैटी एसिड, एलर्जी, निप्पल में से तरल पदार्थ के निकलने के कारन अदि के कारन स्तनों में दर्द महसूस होता है।
आखरी शब्द
हर महिला हो या लड़की खूबसूरत दिखाना पसंद करती है। स्त्रियों के सुंदरता में स्तनों का अहम् हिस्सा होता है। अगर स्तन ज्यादा छोटे या ज्यादा बड़े हो तो महिलाओं को उनकी सुंदरता में कमी लगती है, उनमे आत्मविश्वास खोने लगता है।
लेकिन अब चिंता करने की जरुरत नहीं क्योंकि ब्रेस्ट बढ़ाने की दवा पतंजलि शतावरी चूर्ण से आप अपने स्तनों को बड़ा कर सकती है। इसके साथ-साथ पौष्टिक भोजन करें , तनाव से दूर रहें साथ ही योग, व्यायाम रोजाना करें। इसके अलावा भी कुछ आसान घरेलु नुस्खों से भी आपकी छोटे स्तनों की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।